RSS Akhil Bharatiya Pratinidhi Sabha: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) हरियाणा (Haryana) के पानीपत जिले के समालखा (Samalkha) में रविवार (12 मार्च) से अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (Akhil Bharatiya Pratinidhi Sabha) के रूप में अपनी तीन दिवसीय वार्षिक बैठक करेगा. संगठन की ओर से कहा गया है कि बैठक का उद्देश्य सामाजिक समरसता का महौल बनाने, कर्तव्य निभाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए लोगों को प्रेरित करना है.
2025 में आरएसएस की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे. इसके शताब्दी वर्ष को लेकर संगठन की विस्तार योजना की प्रगति की समीक्षा भी बैठक में की जाएगी. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आरएसएस के मीडिया संबंधों के प्रमुख सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने शुक्रवार (10 मार्च) को यह जानकारी दी.
RSS की वार्षिक बैठक में कौन-कौन होगा शामिल?
आंबेकर ने कहा कि आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) और महासचिव दत्तात्रेय होसबले (Dattatreya Hosabale) समेत 1,400 से ज्यादा पदाधिकारी हिस्सा लेंगे. इसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और पार्टी के संगठन महासचिव बीएल संतोष (BL Santhosh) भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद समेत आरएसएस से जुड़े 34 संगठनों के चुनिंदा पदाधिकारी बैठक में हिस्सा लेंगे. अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा आरएसएस शीर्ष निर्णय लेने वाली निकाय है.
पत्रकारों से बात करते हुए आंबेकर ने कहा, ”आरएसएस की शाखाएं वास्तव में समाज में परिवर्तन लाने की केंद्र हैं और स्वयंसेवकों की ओर से किए गए समाज के अध्ययन के आधार पर वे अपने-अपने क्षेत्राधिकार में काम करती हैं.”
बैठक के मुद्दों को लेकर RSS नेता ने दी ये जानकारी
उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय बैठक में स्वयंसेवकों की ओर से पिछले कुछ वर्षों में किए गए अध्ययनों के आधार पर किए गए कार्यों के बारे में चर्चा की जाएगी. आंबेकर ने कहा, ”कई सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. विशेष रूप से कैसे सामाजिक समरसता का महौल बनाया जाए, लोगों को उनके कर्तव्य निभाने के लिए प्रेरित किया जाए और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए.” उन्होंने कहा कि शाखाओं के कामकाज की समीक्षा की जाएगी और भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाएगा.
आंबेकर ने बताया कि शनिवार (11 मार्च) को आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी देश की मौजूदा स्थिति को लेकर बैठक करेगी जिसमें वार्षिक बैठक में चर्चा के लिए शामिल किए जाने वाले विभिन्न विषयों की सिफारिश की जाएगी. प्रतिनिधा सभा का समापन 14 मार्च को होगा, उसके पहले कुछ प्रस्तावों को अपनाया जाएगा. आंबेकर ने कहा कि प्रतिनिधि सभा संघ की शताब्दी वर्ष विस्तार योजना के तहत 2022-23 के कार्यों की समीक्षा करेगी और 2023-24 के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करेगी.